Wrinkly Fingers: पानी में उंगलियां क्यों सिकुड़ती हैं ?

Osmosis Finger: हमारी स्किन के ऊपर सीबम ऑयल मौजूद होता है. यही वजह है कि जब हम नहाते वक्त शरीर पर पानी डालते हैं तो पानी तुरंत सरक कर बह जाता है और टिकता नहीं.

Dec 13, 2023 - 20:32
Dec 13, 2023 - 20:42
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Wrinkly Fingers: पानी में उंगलियां क्यों सिकुड़ती हैं ?
Wrinkly Fingers

Why Fingers Shrink In Water: आपने कई बार यह नोटिस किया होगा कि ज्यादा देर तक पानी में रहने से हाथ और पांव की उंगलियों की चमड़ी सिकुड़ने लगती है. यह स्थिति पानी में ज्यादा वक्त बिताने से पैदा होती है. हालांकि पानी से हटते ही उंगलियां वापस अपने रूप में आ जाती हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? क्यों पानी में ज्यादा देर तक रहने से उंगलियां फूलने लग जाती हैं? वैसे तो यह कोई चिंताजनक समस्या नहीं है. हर किसी को कभी न कभी इस स्थिति का सामना करना पड़ता है. मगर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि शरीर में ये बदलाव क्यों होता है और इसके पीछे क्या वजह है?   

दरअसल यह एक सामान्य प्रक्रिया है. विज्ञान के मुताबिक, जब हम लंबे समय तक पानी में रहते हैं या पानी से जुड़ा कोई काम करते हैं तो उंगलियां सिकुड़ने लग जाती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हमारी स्किन के ऊपर सीबम मौजूद होता है, जो एक तरह का तेलीय पदार्थ है. इसकी कमी होना या इसका ज्यादा होना, दोनों ही चिंता का विषय है. कम सीबम त्वचा से जुड़ी कई समस्याएं पैदा कर सकता है. ये स्किन को ड्राई बना सकता है. जबकि ज्यादा सीबम स्किन को ऑयली बना सकता है, जिससे पिंपल्स की प्रॉब्लम पैदा हो सकती है.

तो इस वजह से सिकुड़ जाती हैं उंगलियां...

हमारी स्किन के ऊपर सीबम ऑयल मौजूद होता है. यही वजह है कि जब हम नहाते वक्त शरीर पर पानी डालते हैं तो पानी तुरंत सरक कर बह जाता है और टिकता नहीं. जब हम पानी में ज्यादा देर तक रहते हैं तो स्किन से सीबम खत्म होने लगता है और पानी शरीर के अंदर घुसने लगता है. इसी वजह से हमारे हाथ और पैर की उंगलियां सिकुड़ जाती हैं. उंगलियों के सिकुड़ने की इस प्रक्रिया को 'ऑस्मोसिस' कहा जाता है. इसे दूसरे शब्दों में 'एक्वाटिक रिंकल्स' भी कहते हैं.

कैसे अपने आप चली जाती है सिकुड़न?

जब व्यक्ति पानी से बाहर निकलता है तो उंगलियां कुछ समय बाद वापस अपने रूप में आ जाती हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि स्किन के अंदर मौजूद पानी धीरे-धीरे सूखने लगता है. हाथों और पैरों में केराटिन मौजूद होता है, जो एक तरह का प्रोटीन है. केराटिन नामक यह प्रोटीन ही शरीर के अंदर मौजूद पानी को सुखाने का काम करता है. चूंकि हाथों और पैरों में केराटिन ज्यादा मात्रा में होता है, इसलिए शरीर के ये दोनों हिस्से पानी में जल्दी सिकुड़ने लग जाते हैं.

पहली रिसर्च

BBC आर्टिकल के अनुसार, मशहूर अमरीकी वैज्ञानिक मार्क चांगिज़ी कहते हैं कि हमारा शरीर इतना स्मार्ट है की, वह बदले हुए माहौल के मुताबिक़ ख़ुद को ढालता है। यानी की जब हमारी हाथो की उगलिया पानी के अंदर होती है तब हमारा शरीर पानी में डूबी हुई उंगलियों को पानी के मुताबिक ढाल लेता है। ताकि हम किसी चीज़ को सही ढंग से पकड़ सकें। यानि की हाथो की उंगलियों में झुर्रियां पड़ने से हमारी पानी के अंदर पकड़ मजबूत होती है।

दूसरी रिसर्च

फ़्रांस के एक वैज्ञानिक ने रिसर्च की और उन्होंने बताया की, ये केवल परासरण ( Osmosis ) नहीं है। क्योंकि उन्होंने ने देखा कि चमड़ी के जो हिस्से सिकुड़ जाते हैं, अगर वहां की कुछ नसें काट दी जाएं तो फिर सिकुड़न नहीं आती है। इसका मतलब यह हुआ की सिकुड़ी हुई त्वचा ये दिखाती है कि हमारा नर्वस सिस्टम बिल्कुल ठीक से काम कर रहा है।

हकीकत तो ये है की हमारे हाथो में जो ये सिकुड़न सी पड़ जाती है इसका सही-सही जबाब किसी के पास नहीं है। लेकिन सायद ये रहस्य की गुत्थी आगे आने वाले समय में सुलझाई जा सके।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

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